Tariff क्या होता है? आसान भाषा में समझें

आजकल न्यूज़ में आपने कई बार सुना होगा – "अमेरिका ने चीन पर टैरिफ लगा दिया", "भारत ने टैरिफ बढ़ा दिया", वगैरह वगैरह। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि Tariff आखिर होता क्या है? और ये देशों के बीच के व्यापार में इतना ज़रूरी क्यों होता है?

इस लेख में हम Tariff (शुल्क) को एकदम आसान भाषा में समझेंगे।

🔹 Tariff क्या है? (What is Tariff in Hindi)

Tariff का मतलब होता है — "शुल्क" या "कर" (Tax) जो एक देश दूसरे देश से आने वाले सामानों (Imports) पर लगाता है।

सीधा सा मतलब –> "अगर कोई सामान विदेश से हमारे देश में आ रहा है, तो उस पर एक extra पैसा सरकार लेती है, जिसे Tariff कहते हैं।"

उदाहरण: मान लीजिए भारत अमेरिका से मोबाइल फ़ोन मंगाता है, जिसकी कीमत ₹10,000 है। अगर भारत उस पर 20% टैरिफ लगाता है, तो अब वह मोबाइल भारत में ₹12,000 का पड़ेगा।


🔸 Tariff क्यों लगाया जाता है?

1. देश की घरेलू (Local) कंपनियों को सुरक्षा देना:

जब सस्ते विदेशी सामान देश में आ जाते हैं, तो हमारी कंपनियों का सामान बिकना कम हो जाता है।टैरिफ लगाकर सरकार विदेशी सामान को महंगा बना देती है, जिससे लोग अपने देश का सामान खरीदें।

2. सरकार को आय (Revenue) मिलती है:

जब करोड़ों के आयात (Imports) पर टैक्स लगेगा, तो सरकार को भी बहुत सारा पैसा मिलेगा।

3. दबाव बनाने के लिए (Political Pressure):

जैसे अमेरिका के ट्रंप ने चीन से आने वाले हजारों प्रोडक्ट्स पर भारी टैरिफ लगा दिए थे ताकि चीन पर आर्थिक दबाव डाला जा सके।


🔹 Donald Trump और Tariff का मामला

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति Donald Trump ने “America First” नीति अपनाई थी। उनका कहना था कि चीन बहुत सस्ता सामान बेचता है और अमेरिकी कंपनियों को नुकसान होता है।

इसलिए ट्रंप सरकार ने चीन से आने वाले लगभग $300 Billion के सामानों पर 25% तक का Tariff लगा दिया।

Trump के Tariff के पीछे कारण:

1) चीन की बढ़ती ताकत को कंट्रोल करना।

2) अमेरिका में नौकरियों को सुरक्षित रखना।

3) ट्रेड डेफिसिट (व्यापार घाटा) को कम करना।


🔸 Tariff के प्रकार (Types of Tariff):

1. Import Tariff:

विदेश से आने वाले सामान पर लगता है। (सबसे आम)

2. Export Tariff:

जब किसी देश के निर्यात (Export) पर सरकार टैक्स लगाती है।

3. Ad-Valorem Tariff:

यह प्रतिशत में होता है, जैसे 10%, 20% आदि।

4. Specific Tariff:

यह एक फिक्स्ड रकम होती है, जैसे हर टन पर ₹500 का टैक्स।


🔸 Tariff के फायदे और नुकसान

Tariff के फायदे:

1) घरेलू कंपनियों को लाभ ।

2) सरकार को टैक्स की आय ।

3) विदेशों पर राजनीतिक दबाव ।


Tariff के नुकसान:

1) ग्राहक को महंगा सामान मिलता है ।

2) व्यापार में टकराव बढ़ सकता है ।

3) अंतरराष्ट्रीय संबंध खराब हो सकते हैं ।


🔹 निष्कर्ष (Conclusion):

Tariff एक ऐसा आर्थिक हथियार है जिससे सरकार अपने देश की कंपनियों को सुरक्षा देती है, राजस्व बढ़ाती है और विदेश नीति में दबाव बनाती है।

Donald Trump का Tariff नीति इसी का एक बड़ा उदाहरण है।

अब जब भी आप न्यूज़ में Tariff शब्द सुनें, तो समझ जाइए कि यह एक देश द्वारा दूसरे देश से आने वाले सामान पर लगाया गया टैक्स है।


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